Post navigation ‘Against Aurangzeb’s terror, Guru Gobind ji…’: PM Modi at Veer Bal Diwas event अरुणाचल प्रदेश में चीनी सेना के साथ हाल में हुई झड़प की घटना के परिपेक्ष्य में आया सेना का आया महत्वपूर्ण 27 जनवरी, 2023, कोलकाता प्रेस क्लब और सेना द्वारा आयोजित पी की में भारतीय थल सेना के पूर्वी कमांडर आरपी कलिता ने शुक्रवार को बताया कि चीन से लगती भारतीय सीमा पर स्थिति फिलहाल सामान्य है। अगर कुछ चुनौतियां भी सामने आईं, तो सेना हर तरह की चुनौती से निपटने को तैयार है। पूर्वी कमान के कमांडर कलिता कोलकाता प्रेस क्लब में मीडिया से मुखातिब हो कर कहा कि अरुणाचल प्रदेश में चीनी सेना के साथ हाल में हुई झड़प की घटना के परिपेक्ष्य में उनका यह बयान बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भारत लगातार सीमा पार होने वाली गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है और हम भविष्य में किसी भी तरह की उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं। कलिता ने कहा कि पूरी समस्या इस बात से उत्पन्न होती है कि भारत व चीन के बीच की सीमा अपरिभाषित है। एलएसी के बारे में दोनों देशों की अलग-अलग धारणाएं हैं, जो भिड़ंत की ओर ले जाती है। उन्होंने कहा कि हालांकि सिक्किम व अरुणाचल प्रदेश से लगती चीन सीमा पर स्थित अभी सामान्य हैं, लेकिन सीमाओं के परिसीमन की अनुपस्थित के कारण भविष्य के लिए कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा सकता है। कलिता ने कहा कि पूर्वी कमान की सेना पूर्वी सीमाओं पर क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है और इस कार्य को हमारी इकाइयों और संरचनाओं द्वारा अत्यंत पेशेवर और समर्पण के साथ निष्पादित किया गया है। हम लगातार विकसित हो रहे हैं और हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं और इस कार्य को हमारी इकाइयां और सरचनाओ द्वारा अत्यंत पेशेवर और समर्पण के साथ निष्पादित किया गया है और लगातार विकसित हो रहे हैं और हर गतिविधि पर हमारी पैनी नजर है।पूर्वी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ कलिता ने आगे कहा कि बीते साल रूस- यूक्रेन युद्ध से सुरक्षा और आर्थिक गिरावट के रूप में भू-राजनीतिक गतिशीलता में गहरा बदलाव देखा गया। धीरे-धीरे भारत प्रशांत क्षेत्र में शक्ति केंद्र का स्थानांतरण हुआ, जिसने हमारे पड़ोस में अचानक महत्वपूर्ण विकास देखा है। उन्होंने कहा कि भारत चीन सीमा पर कोई कांटेदार तार नहीं है, इसलिए समस्या बनी हुई है और अप्रत्याशित घटनाएं घटती रही हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि हाल में जो हुआ उससे हम सतर्क हैं और सभी चुनौतियों के लिए तैयार हैं।उन्होने यह भी कहा कि चीन से लगती सीमाओं की निगरानी मजबूत करने के लिए सीमावर्ती गांवों के विकास पर भी हम जोर दे रहे हैं। विशेष रूप से सड़कों और सहायक सेवाओं में सुधार कर रहे हैं। सीमावर्ती गांवों के विकास व आधुनिकीकरण पर लगभग 22 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। कलिता ने बंगाल में चिकन नेक के नाम से मशहूर सिलीगुड़ी कारिडोर को लेकर भी कहा कि सुरक्षा व रणनीतिक दृष्टि से यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जहां से कई देशों की सीमाएं लगती है। हम इस इलाके में पैनी नजर रख रहे हैं। बता दें कि अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम सेक्टर में एलएसी की सुरक्षा का दायित्व पूर्वी कमान पर ही है।राजबालक सुरक्षा और आर्थिक गिरावट के रूप में गतिशीलता में गहरा बदलाव देखा गया। धीरे-धीरे भारतप्रशांत क्षेत्र में शक्ति केंद्र का स्थानांतरण हुआ, जिसने हमारे पड़ोस में अचानक महत्वपूर्ण विकास देखा है। उन्होंने कहा कि भारत- चीन सीमा पर कोई कांटेदार तार नहीं है, इसलिए समस्या बनी हुई है और अप्रत्याशित घटनाएं घटती रही हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि हाल में जो हुआ उससे हम सतर्क हैं और सभी चुनौतियों के लिए तैयार हैं।विपक्षी दलों की ओर से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे जाने के सवाल पर पूर्वी कमान के प्रमुख कलिता ने कहा कि ये एक राजनीतिक प्रश्न है। इसलिए मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा। मुझे लगता है कि राष्ट्र भारतीय सशस्त्र बलों पर भरोसा करता है।