“एक शाम गजल के नाम ” साथ ही गजलकार विजेंद्र शर्मा, स्पेशल डीजी, बीएसएफ मुख्यालय , पूर्वी कमान (कोलकाता) हुए सम्मानित
कोलकाता, 7 जुलाई , कामर्स हाउस स्थित राजस्थान सूचना केंद्र में, राजस्थान सूचना ओर जनसंपर्क केंद्र, सदीमामा पत्रिका और राजस्थान पत्रिका की ओर से कल “एक शाम गजल” के नाम…
एक लघु पुस्तकमेलाकर्मी का आत्मकथ्य,मेरी शान है लघु पुस्तक मेला,मेरा जीवन है लघु पुस्तक मेला
(जिन मित्रों ने मंडी हाउस , श्रीराम सेंटर के गेट के पास संजना तिवारी को पुस्तक विक्रय करते देखा वे इस संघर्ष को समझ सकते हैं। ऐसा ही एक नाम…
किताब के बहाने रूस यूक्रेन युद्ध पर बातचीत
रूस यूक्रेन युद्ध को एक साल से ऊपर हो गया। साल बीतने के बाद भी लड़ाई जारी है । इस युद्ध में दोनों पक्षों के सैनिक लोग मारे जा रहे…
बेलगाम सोशल मीडिया व्युत्क्रमानुपाती शिक्षकों की आदर्श छवि, सुरक्षा और गोपनीयता
बेलगाम सोशल मीडिया व्युत्क्रमानुपाती शिक्षकों की आदर्श छवि, सुरक्षा और गोपनीयता सोशल मीडिया पर आए दिन शिक्षकों के कंटेंट चर्चा में बने रहते हैं किन्हीं पोस्ट्स पर तो उनके रचनात्मक…
भारतीय साहित्य में लोकतंत्र : एक संवाद.
कोलकाता, 23 जून 2024 भारतीय भाषा परिषद, सभागार में ‘भारतीय साहित्य में लोकतंत्र : एक संवाद’ विषय पर ‘भारतीय भाषा परिषद’ और ‘सदीनामा प्रकाशन’ के सहयोग से एक कार्यक्रम का…
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रस्तुत है एक स्वाभाविक सशक्त महिला की कहानी* प्रत्यर्पण दृष्य चस्पां होकर रह गया है। वह यकायक घर से भाग खड़ा हुआ था। लम्बे-लम्बे डग भरता…
एक थे चेतन चौहान
देश में क्रिकेट का बुखार जोरों पर है। ऐसे में बहुत नाम कौंध रहे हैं, करसन घावरी, जी विश्वनाथ , चेतन चेतन चौहान।लिस्ट लंबी है। मुझे आज याद आ रहे…
भारतीय भाषा परिषद और सदीनामा ने किया दो विशेष अंकों का लोकार्पण
21 मई, कोलकाता 2023 को भारतीय भाषा परिषद सभाकक्ष, कोलकाता में सदीनामा पत्रिका और भारतीय भाषा परिषद ने सदीनामा पत्रिका के दो विशेषांको का लोकार्पण किया। विशेषांक थे प्रवासी साहित्य…
हिन्दी विभाग , पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविधालय शिलांग और सदीनामा प्रकाशन द्वारा दो दिवसीय पुस्तक मेले का हुआ शुभारंभ*
हिन्दी विभाग पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविधालय शिलांग और सदीनामा प्रकाशन द्वारा दो दिवसीय 11 और 12 अप्रैल 2023 पुस्तक मेला आरंभ हुआ। इस मेले का शुभारंभ हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो.हितेंद्र…
मोहन -जो -दारो और हड़प्पा की खुदाई के सौ साल बाद
मोहन जो दारो और हड़प्पा की खोज के सौ साल हो गए । हम सबने स्कूलों में पढ़ा है कि राखालदास बनर्जी और दयाराम साहनी ने इन जगहों पर खोज…
निवेश के नए आयाम :म्यूचुअल फंड से पेंटिंग की खरीद- फरोख्त तक
1964 में भारत सरकार ने लोगों को निवेश सिखाने के लिए एक योजना बनाई जिसका नाम था “यू एस-64″आज यह योजना मर चुकी है, लेकिन इसी आधार पर सौ से…